इन्हीं आँखों ने तेरा रस्ता तका था ,
आज इनकी हिम्मत जवाब दे गयी |
इन्हीं आँखों ने तेरा ख्वाब देखा था ,
आज इनकी शिददत जवाब दे गयी |
इन्हीं हाथों की लकीरों ने तुझे माँगा था ,
आज इनकी किस्मत जवाब दे गयी |
इन्हीं हाथों से अर्जी लगाई थी तेरे वास्ते ,
आज इनकी रिश्वत जवाब दे गयी |
इन्हीं पलकों पे रखना चाहा था तुझे ,
आज इनकी रहमत जवाब दे गयी |
इन्हीं पलकों को बिछाना चाहते थे ,
आज इनकी शराफत जवाब दे गयी |
अक्षत डबराल
"निःशब्द"
इन्हीं हाथों की लकीरों ने तुझे माँगा था ,
जवाब देंहटाएंआज इनकी किस्मत जवाब दे गयी |
इन्हीं हाथों से अर्जी लगाई थी तेरे वास्ते ,
आज इनकी रिश्वत जवाब दे गयी |
waah