कभी हवा में उड़ते ,
कभी हवा से लड़ते , सवाल |
कभी माथे से फिसलते ,
पसीने से पिघलते , सवाल |
कभी दीवार से सटे ,
कभी जमीन में पटे , सवाल |
कभी माथे में चुभते ,
जिगर में दुखते , सवाल |
कभी बौहों को उठाते ,
पलकों को उलझाते , सवाल |
कभी झंझोड़ते ,
मन को झुंझलाते सवाल |
कभी हलकी सी सिसकी ,
कभी तूफ़ान , सवाल |
कभी रज़ा का अमन चैन ,
कभी जिहाद का बवाल , सवाल |
अक्षत डबराल
"निःशब्द"
कभी हलकी सी सिसकी ,
जवाब देंहटाएंकभी तूफ़ान , सवाल |
कभी रज़ा का अमन चैन ,
कभी जिहाद का बवाल , सवाल |
achhi rachna