दो रास्तों को मिलने के लिए ,
कुछ कदम आने जाने होंगे |
दो ख़्वाबों को मिलने के लिए ,
कुछ अरमान आने जाने होंगे |
दो आँखों को मिलने के लिए ,
कुछ फरमान आने जाने होंगे |
दो वजूदों को मिलने के लिए ,
कुछ एहसान आने जाने होंगे |
दो कहानियों को मिलने के लिए ,
कुछ किस्से आने जाने होंगे |
दो तस्वीरों को मिलने के लिए ,
कुछ हिस्से आने जाने होंगे |
दो हाथों को मिलने के लिए ,
कुछ रिश्ते आने जाने होंगे |
दो इंसानों को मिलने के लिए ,
कुछ फ़रिश्ते आने जाने होंगे |
अक्षत डबराल
"निःशब्द"
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