बुधवार, 1 अप्रैल 2009

समय

आदि यही , यही अंत है ,
यह पल प्रतिपल सर्वत्र , तुंरत है |
सबो पर इसका प्रभाव समान है ,
यह समय है , यह महान है |

इसका वार अकाट्य है ,
इसकी शक्ति अप्राप्य है |
स्वयं इश्वर इससे बाध्य है ,
यह समय है , यह महान है |

मनुष्य के लिए सबसे बड़ी पूँजी है ,
यह सफलता की कुंजी है |
रूठे तो श्राप , रीझे तो वरदान है ,
यह समय है , यह महान है |

व्यर्थ करने योग्य नही ,
यह मुद्रा मूल्यवान है |
श्रिस्टी का शास्वत सत्य है ,
यह समय है , यह महान है |

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